Rickets-सूखा रोग -पोषक आहार न मिलने से बालकों को होने वाला एक अस्थिरोग है जिसमें टांगों की हड्डियां नरम पड़के मुड़ जाती हैं। ...
Rickets-सूखा रोग -पोषक आहार न मिलने से बालकों को होने वाला एक अस्थिरोग है जिसमें टांगों की हड्डियां नरम पड़के मुड़ जाती हैं।
सूखा रोग या रिकेट्स की एक वजह बालकों में विटामिन -D और कैल्शियम की कमी भी बनती है। इसे अक्सर उन्नीसवीं शताब्दी का रोग कहा गया है। नीदरलैंड के कुछ भागों में मृत्यु का कारण जानने के लिए की गए शव परीक्षणों से पता चला इस अवधि में वहां बालकों की मृत्यु की मौत का कारण ८०%-९० %मामलों में यही सूखा रोग बना था।
विकसित देशों में जीवन यापन बेहतर होने के साथ इसके मामले बेशक विरल (बिरले ही दिखने लगे )होते गए हैं यहां तक के इन अमीर देशों में इस रोग की टोह लेना इसका हिसाब किताब रखना कालान्तर में गैर -ज़रूरी सा लगने लगा।
लेकिन भूमंडलीय स्तर पर किसी व्यापक समेकित हिसाब किताब न रखे जाने के कारण आज इसकी विकसित देशों में भी वापसी की वजह खुराक में विटामिन -D और कैल्शियम की कमी ,आउट डोर खेलों के स्थान पर घरघुस्सूपन धूप शरीर को न मिल पाना ,सूर्यस्नान का अभाव बन रहा है। शुक्रिया गेजेट्स शुक्रिया गेमिंग वैभवसम्पन्न्ता के टापुओं से सूखा रोग झाँकने लगा है।
पोलियो
कुछ मांसपेशियों के कमज़ोर पड़ जाने का गंभीर रोग है पोलियो। लेकिन बात इतनी भर नहीं है -
Poliomyelitis is a sever infectious viral disease ,usually affecting children or young adults ,that inflames the brain stem and spinal cord ,sometimes leading to loss of voluntary movement and muscular wasting .
Poliovirus is any of three forms of an enterovirus that causes poliomyelitis.
हज़ारों बरस का संग साथ रहा है हमारा इस रोग के संग। हमारे दिमाग और मेरुरज्जु (मेरुदंड में स्थित शिराएं जो शरीर के सब अंगों को मस्तिष्क से जोड़तीं हैं )तक किसी भी बिध जब संक्रमित मल या रोगी के छींकने से रिश्ते पदार्थ पहुँचते हैं तब कुछ लोग इसकी चपेट में आकर संक्रमित हो जाते हैं।
१९४० और १९५० के दशकों में उत्तरी अमरीका में कोई पैंतीस हज़ार लोगों को (35,000 )को इस रोग ने अक्षम बना दिया था। इसी के बाद इसके प्रभावशाली टीके तैयार हुए हैं। १९५० और १९६० आदि दशकों की ही कथा है ये टीके। वैक्सीन्स और अब पोलिओड्रोप्स।
जब पोलियो रोज़ाना एक हज़ार बच्चों को अशक्त बनाने लगा तब जाकर विश्व स्तर पर इसके उन्मूलन की पहल १९८८(1988 ) में हुई।
इसके बाद से अब तक इसका लाभ अब तक ढाई अरब से भी ज्यादा नौनिहालों को मिल चुका है।लेकिन अभी भी इसका पूर्ण उन्मूलन नहीं हो सका है अलबत्ता इसके मामलों में ९९% तक की कमी ज़रूर आई है।
२०१५ में अफगानिस्तान और पाकिस्तान में इसके ५१ मामले दर्ज़ हुए हैं। और मामले भी होंगे हमारी पहुँच भले शुक्र ग्रह तक मंगल तक होवे लेकिन पहले नौनिहालों का तो पूर्ण मंगल होवे।
(संपन्न )
मूल आलेख अंग्रेजी में भी दिया जा रहा है :
Rickets is a disease that softens and bends children's bones. Commonly caused by a lack of vitamin D and calcium, it's often thought of as a 19th-century condition.
विकसित देशों में जीवन यापन बेहतर होने के साथ इसके मामले बेशक विरल (बिरले ही दिखने लगे )होते गए हैं यहां तक के इन अमीर देशों में इस रोग की टोह लेना इसका हिसाब किताब रखना कालान्तर में गैर -ज़रूरी सा लगने लगा।
लेकिन भूमंडलीय स्तर पर किसी व्यापक समेकित हिसाब किताब न रखे जाने के कारण आज इसकी विकसित देशों में भी वापसी की वजह खुराक में विटामिन -D और कैल्शियम की कमी ,आउट डोर खेलों के स्थान पर घरघुस्सूपन धूप शरीर को न मिल पाना ,सूर्यस्नान का अभाव बन रहा है। शुक्रिया गेजेट्स शुक्रिया गेमिंग वैभवसम्पन्न्ता के टापुओं से सूखा रोग झाँकने लगा है।
पोलियो
कुछ मांसपेशियों के कमज़ोर पड़ जाने का गंभीर रोग है पोलियो। लेकिन बात इतनी भर नहीं है -
Poliomyelitis is a sever infectious viral disease ,usually affecting children or young adults ,that inflames the brain stem and spinal cord ,sometimes leading to loss of voluntary movement and muscular wasting .
Poliovirus is any of three forms of an enterovirus that causes poliomyelitis.
हज़ारों बरस का संग साथ रहा है हमारा इस रोग के संग। हमारे दिमाग और मेरुरज्जु (मेरुदंड में स्थित शिराएं जो शरीर के सब अंगों को मस्तिष्क से जोड़तीं हैं )तक किसी भी बिध जब संक्रमित मल या रोगी के छींकने से रिश्ते पदार्थ पहुँचते हैं तब कुछ लोग इसकी चपेट में आकर संक्रमित हो जाते हैं।
१९४० और १९५० के दशकों में उत्तरी अमरीका में कोई पैंतीस हज़ार लोगों को (35,000 )को इस रोग ने अक्षम बना दिया था। इसी के बाद इसके प्रभावशाली टीके तैयार हुए हैं। १९५० और १९६० आदि दशकों की ही कथा है ये टीके। वैक्सीन्स और अब पोलिओड्रोप्स।
जब पोलियो रोज़ाना एक हज़ार बच्चों को अशक्त बनाने लगा तब जाकर विश्व स्तर पर इसके उन्मूलन की पहल १९८८(1988 ) में हुई।
इसके बाद से अब तक इसका लाभ अब तक ढाई अरब से भी ज्यादा नौनिहालों को मिल चुका है।लेकिन अभी भी इसका पूर्ण उन्मूलन नहीं हो सका है अलबत्ता इसके मामलों में ९९% तक की कमी ज़रूर आई है।
२०१५ में अफगानिस्तान और पाकिस्तान में इसके ५१ मामले दर्ज़ हुए हैं। और मामले भी होंगे हमारी पहुँच भले शुक्र ग्रह तक मंगल तक होवे लेकिन पहले नौनिहालों का तो पूर्ण मंगल होवे।
(संपन्न )
मूल आलेख अंग्रेजी में भी दिया जा रहा है :
Rickets is a disease that softens and bends children's bones. Commonly caused by a lack of vitamin D and calcium, it's often thought of as a 19th-century condition.
Autopsy studies in parts of the Netherlands showed that in the late 19th century, 80-90% of children had rickets, but improved living conditions in developed countries made the disease so rare that many governments stopped tracking it.
Although there's a lack of comprehensive data on the global rates of rickets, experts believe that less time spent outdoors (sunlight is converted into Vitamin D) combined with inadequate Vitamin D and calcium in some diets, is causing it to make a comeback in developed countries.
Polio
Humans have been living with polio for thousands of years. The virus spreads through contact with infected feces or sneeze droplets, reaching the brain and spinal cord and causing paralysis in some cases. In the 1940s and 1950s, in the U.S. alone about 35,000 people annually became disabled because of polio.
Effective vaccines were developed in the 1950s and 60s. When the Global Polio Eradication Initiative began in 1988, polio paralyzed more than 1,000 children worldwide every day. Since then, more than 2.5 billion children have been immunized, decreasing global polio cases by 99%.
In 2015, just 51 cases of wild polio virus have been reported so far, all in Afghanistan and Pakistan.
Nice article
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