मशहूर खगोल विज्ञानी डॉ कार्ल सगान ने एक मर्तबा कहा था "हिंदुत्व का सर्वोत्कृष्ट विचार शिवजी का तांडव नृत्य -कॉस्मिक डांस है जिसका निहि...
मशहूर खगोल विज्ञानी डॉ कार्ल सगान ने एक मर्तबा कहा था "हिंदुत्व का सर्वोत्कृष्ट विचार शिवजी का तांडव नृत्य -कॉस्मिक डांस है जिसका निहितार्थ प्रत्येक सृष्टि चक्र के आरम्भ में सृष्टि का प्रसवित होना है पैदा होना है। अव्यक्त का व्यक्त होना है।
Dr Carl Sagan ,the famous astronomer once said ,"The most elegant and sublime of Hindu ideas is a representation of the creation of the universe at the beginning of each cosmic cycle , a motif known as the Cosmic dance of Shiva."
द्रव्य या पदार्थ के अव -परमाणुविक कणों का नृत्य
शिव तांडवनृत्य के समान्तर डॉ. फ्रिटजॉफ काप्रा परमाणु के अंदर मौजूद अवपरमाणुविक कणों के नृत्य की चर्चा करते हैं।आधुनिक भौतिकी शास्त्री इसे ही शिव नृत्य मानते देखते हैं।
Dance of subatomic particles
Dr.Fritjof Capra noted the parallel between Shiva's dance and the dance of subatomic particles as "for modern physicists ,Shiva's dance is the dance of subatomic particles.
जेनेवा स्थित कण भौतिकी से सम्बद्ध योरोपीय अनुसंधान केंद्र (CERN, EUROPEAN RESEARCH CENTRE FOR NUCLEAR PHYSICS )में प्रतीक के तौर पर नटराज की दो मीटर ऊंची कांस्य प्रतिमा रखी गई है।
भारतीय कलाओं के इतिहासविद अनंदा के. कुमारस्वामी कहते हैं नटराज की प्रतिमा परमेश्वर की गतिविधियों की, प्रकार्य की साफ़ साफ़ तस्वीर है।
Cyclic and Eternal Time
कालचक्र एवं सनातन काल
भारतीय धर्म ग्रंथों के अनुसार समय का प्रवाह एक रेखीय (linear ) न होकर वृत्ताकार है चक्रीय है। साइक्लिक है।शाश्वत है। गोचर एवं अगोचर दोनों ही प्रकार की सृष्टि अपने परमस्वरूप में उसी पारब्रह्म परमेश्वर का प्राकट्य है।अव्यक्त से व्यक्त होना है यही महाविस्फोट या बिग बैंग सिद्धांत है सृष्टि के उद्भव एवं क्रमिक विकास का।
सृष्टि का विलय इसका उसी पारब्रह्म परमेशवर में लय होना है ,व्यक्त से अव्यक्त होना है . यही डिसॉलूशन या बिग क्रंच (Dissolution-big crunch )है। सृष्टि के इस प्राकट्य और विलय की अवधि ब्रह्मा जी के दिन और रात हैं।इनमें से प्रत्येक की अवधि 4.३२ अरब वर्ष (4.32 billion years )आकलित की गई है।
According to Hindu Scriptures ,the flow of time is cyclic and eternal .Creation (big bang )is a manifestation in concrete terms of the Absolute .
Annihilation (Dissolution-big crunch )is when the entire created universe merges in the absolute .These are the days and nights ,4.32 billion years each ,of Brahma.
सृष्टि की आयु
कार्ल सगन कहते हैं विश्व के बड़े और मान्य धर्म सम्प्रदायों में एक हिन्दू धर्म ही है जो सृष्टि के अनंत बार प्रसव और विलय ,पैदा और बारहा अनंत बार विनष्ट होने की बात करता है।
यहां सृष्टि संबंधी काल गणनाएं आधुनिक वैज्ञानिक गणनाओं के समकक्ष आकर खड़ी हो जाती हैं।
It's cycle run from our ordinary day and night to a day and night of Brahma ,8.64 billion years long ,longer than the age of the Earth or the Sun and about half the time since the Big Bang ".
आधुनिक सृष्टि विज्ञान पृथ्वी की आयु का निर्धारण ४. ५ अऱब वर्ष तथा सृष्टि की आयु का १३ से १४ अरब वर्ष ठहराता है।
Madeleine Biardeau in 'The Anthropology of Civilization ',has compared the cyclic time in the West is associated with the idea of cosmology governed by movements of the stars ,in Hinduism it is linked to the idea of creation and re -absorption of the world ,the process which is endlessly repeated.
मैडेलीन बिअर्डो अपनी किताब सभ्यता का नृविज्ञान (मानवशास्त्र ,नृतत्व शास्त्र )में कहते हैं जहां पश्चिम में सृष्टि संबंधी समय की चक्रीय अवधारणा सितारों से सम्बद्ध की गई है वहीँ हिंदुत्व दर्शन में इसे सृष्टि के पैदा होने और विलय होने से जोड़ा गया है।
अगले अंक में पढ़िए :
Hindu Units for Time from 34,000 th of a second to 8.64 Billion Years (Hindi )
Reference Material :@Hindu Swayamsevak Sangh ,USA
http://www.hssus.org
Cosmic Rhythm
Dr Carl Sagan ,the famous astronomer once said ,"The most elegant and sublime of Hindu ideas is a representation of the creation of the universe at the beginning of each cosmic cycle , a motif known as the Cosmic dance of Shiva."
द्रव्य या पदार्थ के अव -परमाणुविक कणों का नृत्य
शिव तांडवनृत्य के समान्तर डॉ. फ्रिटजॉफ काप्रा परमाणु के अंदर मौजूद अवपरमाणुविक कणों के नृत्य की चर्चा करते हैं।आधुनिक भौतिकी शास्त्री इसे ही शिव नृत्य मानते देखते हैं।
Dance of subatomic particles
Dr.Fritjof Capra noted the parallel between Shiva's dance and the dance of subatomic particles as "for modern physicists ,Shiva's dance is the dance of subatomic particles.
जेनेवा स्थित कण भौतिकी से सम्बद्ध योरोपीय अनुसंधान केंद्र (CERN, EUROPEAN RESEARCH CENTRE FOR NUCLEAR PHYSICS )में प्रतीक के तौर पर नटराज की दो मीटर ऊंची कांस्य प्रतिमा रखी गई है।
भारतीय कलाओं के इतिहासविद अनंदा के. कुमारस्वामी कहते हैं नटराज की प्रतिमा परमेश्वर की गतिविधियों की, प्रकार्य की साफ़ साफ़ तस्वीर है।
Cyclic and Eternal Time
कालचक्र एवं सनातन काल
भारतीय धर्म ग्रंथों के अनुसार समय का प्रवाह एक रेखीय (linear ) न होकर वृत्ताकार है चक्रीय है। साइक्लिक है।शाश्वत है। गोचर एवं अगोचर दोनों ही प्रकार की सृष्टि अपने परमस्वरूप में उसी पारब्रह्म परमेश्वर का प्राकट्य है।अव्यक्त से व्यक्त होना है यही महाविस्फोट या बिग बैंग सिद्धांत है सृष्टि के उद्भव एवं क्रमिक विकास का।
सृष्टि का विलय इसका उसी पारब्रह्म परमेशवर में लय होना है ,व्यक्त से अव्यक्त होना है . यही डिसॉलूशन या बिग क्रंच (Dissolution-big crunch )है। सृष्टि के इस प्राकट्य और विलय की अवधि ब्रह्मा जी के दिन और रात हैं।इनमें से प्रत्येक की अवधि 4.३२ अरब वर्ष (4.32 billion years )आकलित की गई है।
According to Hindu Scriptures ,the flow of time is cyclic and eternal .Creation (big bang )is a manifestation in concrete terms of the Absolute .
Annihilation (Dissolution-big crunch )is when the entire created universe merges in the absolute .These are the days and nights ,4.32 billion years each ,of Brahma.
सृष्टि की आयु
कार्ल सगन कहते हैं विश्व के बड़े और मान्य धर्म सम्प्रदायों में एक हिन्दू धर्म ही है जो सृष्टि के अनंत बार प्रसव और विलय ,पैदा और बारहा अनंत बार विनष्ट होने की बात करता है।
यहां सृष्टि संबंधी काल गणनाएं आधुनिक वैज्ञानिक गणनाओं के समकक्ष आकर खड़ी हो जाती हैं।
It's cycle run from our ordinary day and night to a day and night of Brahma ,8.64 billion years long ,longer than the age of the Earth or the Sun and about half the time since the Big Bang ".
आधुनिक सृष्टि विज्ञान पृथ्वी की आयु का निर्धारण ४. ५ अऱब वर्ष तथा सृष्टि की आयु का १३ से १४ अरब वर्ष ठहराता है।
Madeleine Biardeau in 'The Anthropology of Civilization ',has compared the cyclic time in the West is associated with the idea of cosmology governed by movements of the stars ,in Hinduism it is linked to the idea of creation and re -absorption of the world ,the process which is endlessly repeated.
मैडेलीन बिअर्डो अपनी किताब सभ्यता का नृविज्ञान (मानवशास्त्र ,नृतत्व शास्त्र )में कहते हैं जहां पश्चिम में सृष्टि संबंधी समय की चक्रीय अवधारणा सितारों से सम्बद्ध की गई है वहीँ हिंदुत्व दर्शन में इसे सृष्टि के पैदा होने और विलय होने से जोड़ा गया है।
अगले अंक में पढ़िए :
Hindu Units for Time from 34,000 th of a second to 8.64 Billion Years (Hindi )
Reference Material :@Hindu Swayamsevak Sangh ,USA
http://www.hssus.org
Cosmic Rhythm
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