जो बड़े या उम्र में छोटे( आबालवृद्ध ) (नेशनल ) हाइवेज़ ,फ्रीवेज़ आदिक के चिन्ह नहीं पढ़ पाते ,सर्विसेज के बारे में लिखी सूचनाएं नहीं पढ़ पाते ,...
जो बड़े या उम्र में छोटे( आबालवृद्ध ) (नेशनल ) हाइवेज़ ,फ्रीवेज़ आदिक के चिन्ह नहीं पढ़ पाते ,सर्विसेज के बारे में लिखी सूचनाएं नहीं पढ़ पाते ,कक्षा में ब्लेक बोर्ड पर लिखा नहीं पढ़ पाते लेकिन मैगज़ीन आदिक पढ़ लेते हैं ,तब ऐसा माना जा सकता है ये तमाम लोग आँख के एक दोष निकट दृष्टि (Myopia )या शार्ट साइटिड्नेस (Near -Sightedness )से ग्रस्त हैं।
यह आँखों का एक आम दोष है जो बालपन में बढ़ती उम्र के साथ कई मर्तबा प्रकट भी होता है और स्वत : ठीक भी हो जाता है कारण होता है उम्र के बढ़ने के साथ हमारी आँख जो एक गेंद की तरह हैं उसकी लम्बाई का कुछ ज़रुरत से ज्यादा ही बढ़ जाना।
कई मर्तबा हमारी आँख का बाहरी पारदर्शी आवरण या पर्त यानि कोर्निआ का घुमाव या वक्रता कुछ ज्यादा ही होती है ऐसे में आँख को सभी दूरी की वस्तुएं साफ़ दिखलाई नहीं देती हैं खासकर एक ख़ास दूरी से अधिक दूरी की वस्तुएं धुंधली दिखाई देने लगती है वजह होती है उनकी छवि का आँख के कुदरती लेंस द्वारा आँख के परदे या रेटिना (आँख का प्रकाश संवेदी हिस्सा )पर केंद्रित न हो पाना।
ऐसे में ये छवियाँ या प्रतिबिम्ब आँख के परदे से पहले ही उसके सामने बनने लगते हैं। यह ख़ास दूरी जिसके परे का एक दोष युक्त आँख नहीं देख पाती दूर बिंदु या Far Point कहलाता है। यह सुनिश्चित नहीं होता अलग अलग लोगों में अलग अलग हो सकता है दो से लेकर पांच दस या अधिक मीटर दूर भी हो सकता है यह फॉर पॉइंट।
इसे अपवर्तन (वर्तन )सम्बन्धी त्रुटि या रेफ्रेक्टिवे एरर कहा जाता है। जिसका समाधान नेत्रों के रोगों और दोषों का माहिर कर देता है।
इस रोग की उग्रता या गंभीरता आई बाल की अतिरिक्त लम्बाई से तय होती है उसी के आधार पर हाई -मायोपिया तय होता है। इस दोष का निवारण न होने पर आँख के अन्य रोगों के यथा सफ़ेद मोतिया (कैटरेक्ट )और काला मोतिया (ग्लूकोमा )के अलावा रेटिना का विस्थापन (detached retina )आदिक के खतरे का वजन बढ़ जाता है।
आँख का और भी गंभीर रोग अपविकासी मायोपिया (degenerative myopia )खानदानों में चलने वाली एक सौगात के रूप में किसी पीढ़ी में आते भी देखा गया है।रोग की इस आनुवंशिक किस्म को ही मैलिग्नेंट या पैथोलोजिकल मायोपिया भी कह दिया जाता है।
आमतौर पर दूर की चीज़ों का धुंधला दिखलाई देने के आलावा इस निकट दृष्टि दोष के सामान्य लक्षण निम्न हो सकते हैं :
(१ ) सिरदर्द
(२ )भेंगापन (इस्क्विन्ट )
(३ )आई -स्ट्रेन (dry eye syndrome )में आई थकान ,खुजली ,लाली आदिक।
(४ )कुछ दूर की वस्तुओं को देखने पर आँख को थकान महसूस होना
(५ )स्कूल में बच्चों का ब्लेक बोर्ड पर लिखे को न समझ पढ़ पाना।
विशेष :समाधान है आँखों का चश्मा (corrective glasses )इसका नंबर निगेटिव होगा जितना अधिक नंबर निगेटिव होगा लेंस उतना ही अधिक डायोप्टर शक्ति का होगा। कभी कभार रिफ्रेक्टिवे सर्जरी भी की जाती है चयन आपका अपना है जिसके बाद न चश्मे का झंझट न कॉंटॅक्ट लेंस पहनने की मुश्किल।
Is it hard to see distant objects, like highway signs, until you’re a few feet away, but easy to read a book up close? Chances are you’re myopic, also known as nearsighted. It’s a pretty common condition that your eye doctor usually can fix with eyeglasses, contacts, or eye surgery.
What Causes Myopia?
The structure of your eye is to blame for myopia. When your eyeball is too long or the cornea — the protective outer layer of your eye — is too curved, the light that enters your eye won’t focus correctly. Images focus in front of the retina, the light-sensitive part of your eye, instead of directly on the retina. This causes blurred vision. Doctors call this a refractive error.
High myopia: It’s a more serious form of the condition, where the eyeball grows more than it is supposed to and becomes very long front to back. Besides making it hard to see things at a distance, it can also raise your chance of having other conditions like a detached retina, cataracts, and glaucoma.
Degenerative myopia: Also called pathological or malignant myopia, it is a rare type you usually inherit from the genes of your parents.
Your eyeball gets longer very quickly and causes severe myopia, usually by the teenage or early adult years.
This type of myopia can get worse far into adulthood. Besides making it hard to see things at a distance, you may have a higher chance of having a detached retina, abnormal blood vessel growth in the eye (choroid neovascularization), and glaucoma.
Symptoms
Chances are the only symptom is that more distant objects are blurred. You may also notice:
यह आँखों का एक आम दोष है जो बालपन में बढ़ती उम्र के साथ कई मर्तबा प्रकट भी होता है और स्वत : ठीक भी हो जाता है कारण होता है उम्र के बढ़ने के साथ हमारी आँख जो एक गेंद की तरह हैं उसकी लम्बाई का कुछ ज़रुरत से ज्यादा ही बढ़ जाना।
कई मर्तबा हमारी आँख का बाहरी पारदर्शी आवरण या पर्त यानि कोर्निआ का घुमाव या वक्रता कुछ ज्यादा ही होती है ऐसे में आँख को सभी दूरी की वस्तुएं साफ़ दिखलाई नहीं देती हैं खासकर एक ख़ास दूरी से अधिक दूरी की वस्तुएं धुंधली दिखाई देने लगती है वजह होती है उनकी छवि का आँख के कुदरती लेंस द्वारा आँख के परदे या रेटिना (आँख का प्रकाश संवेदी हिस्सा )पर केंद्रित न हो पाना।
ऐसे में ये छवियाँ या प्रतिबिम्ब आँख के परदे से पहले ही उसके सामने बनने लगते हैं। यह ख़ास दूरी जिसके परे का एक दोष युक्त आँख नहीं देख पाती दूर बिंदु या Far Point कहलाता है। यह सुनिश्चित नहीं होता अलग अलग लोगों में अलग अलग हो सकता है दो से लेकर पांच दस या अधिक मीटर दूर भी हो सकता है यह फॉर पॉइंट।
इसे अपवर्तन (वर्तन )सम्बन्धी त्रुटि या रेफ्रेक्टिवे एरर कहा जाता है। जिसका समाधान नेत्रों के रोगों और दोषों का माहिर कर देता है।
इस रोग की उग्रता या गंभीरता आई बाल की अतिरिक्त लम्बाई से तय होती है उसी के आधार पर हाई -मायोपिया तय होता है। इस दोष का निवारण न होने पर आँख के अन्य रोगों के यथा सफ़ेद मोतिया (कैटरेक्ट )और काला मोतिया (ग्लूकोमा )के अलावा रेटिना का विस्थापन (detached retina )आदिक के खतरे का वजन बढ़ जाता है।
आँख का और भी गंभीर रोग अपविकासी मायोपिया (degenerative myopia )खानदानों में चलने वाली एक सौगात के रूप में किसी पीढ़ी में आते भी देखा गया है।रोग की इस आनुवंशिक किस्म को ही मैलिग्नेंट या पैथोलोजिकल मायोपिया भी कह दिया जाता है।
आमतौर पर दूर की चीज़ों का धुंधला दिखलाई देने के आलावा इस निकट दृष्टि दोष के सामान्य लक्षण निम्न हो सकते हैं :
(१ ) सिरदर्द
(२ )भेंगापन (इस्क्विन्ट )
(३ )आई -स्ट्रेन (dry eye syndrome )में आई थकान ,खुजली ,लाली आदिक।
(४ )कुछ दूर की वस्तुओं को देखने पर आँख को थकान महसूस होना
(५ )स्कूल में बच्चों का ब्लेक बोर्ड पर लिखे को न समझ पढ़ पाना।
विशेष :समाधान है आँखों का चश्मा (corrective glasses )इसका नंबर निगेटिव होगा जितना अधिक नंबर निगेटिव होगा लेंस उतना ही अधिक डायोप्टर शक्ति का होगा। कभी कभार रिफ्रेक्टिवे सर्जरी भी की जाती है चयन आपका अपना है जिसके बाद न चश्मे का झंझट न कॉंटॅक्ट लेंस पहनने की मुश्किल।
Is it hard to see distant objects, like highway signs, until you’re a few feet away, but easy to read a book up close? Chances are you’re myopic, also known as nearsighted. It’s a pretty common condition that your eye doctor usually can fix with eyeglasses, contacts, or eye surgery.
What Causes Myopia?
The structure of your eye is to blame for myopia. When your eyeball is too long or the cornea — the protective outer layer of your eye — is too curved, the light that enters your eye won’t focus correctly. Images focus in front of the retina, the light-sensitive part of your eye, instead of directly on the retina. This causes blurred vision. Doctors call this a refractive error.
High myopia: It’s a more serious form of the condition, where the eyeball grows more than it is supposed to and becomes very long front to back. Besides making it hard to see things at a distance, it can also raise your chance of having other conditions like a detached retina, cataracts, and glaucoma.
Degenerative myopia: Also called pathological or malignant myopia, it is a rare type you usually inherit from the genes of your parents.
Your eyeball gets longer very quickly and causes severe myopia, usually by the teenage or early adult years.
This type of myopia can get worse far into adulthood. Besides making it hard to see things at a distance, you may have a higher chance of having a detached retina, abnormal blood vessel growth in the eye (choroid neovascularization), and glaucoma.
Symptoms
Chances are the only symptom is that more distant objects are blurred. You may also notice:
- Headaches
- Squint
- Eye strain
- Eye fatigue when you try to see objects more than a few feet away
- Children with myopia often have trouble reading the blackboard at school.
Diagnosis and Treatment
An eye exam can show you if you’re myopic. Glasses, contacts, or refractive surgery can usually correct the problem.
An eye exam can show you if you’re myopic. Glasses, contacts, or refractive surgery can usually correct the problem.
When you have myopia, your prescription for glasses or contact lenses will be a negative number. The more negative the number, the stronger your lenses will be. For example, -3.00 is stronger than -2.50.
Your prescription helps the eye focus light on your retina. That clears up your vision. Eye surgery can improve your vision so much you may not ever need glasses or contacts again.
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